پاسخ های حضرت آیت الله العظمی روحانی (مد ظله العالی)به استفتائات قوه قضائیه و موسسه حقوقی وکلای بین الملل صفحه 200
- مقدمه: اجتهاد، رمز جاوید ماندن اسلام 1
- اشاره 1
- 2- در اسلام برای هر موضوعی حکمی است 4
- اشاره 11
- جواب: 12
- جواب: 13
- جواب: 14
- جواب 15
- جواب: 16
- جواب: 17
- جواب: 18
- جواب: 19
- جواب: 20
- جواب: 22
- جواب: 23
- جواب: 24
- جواب: 25
- جواب: 26
- جواب: 27
- جواب: 28
- جواب: 29
- جواب: 30
- جواب: 31
- جواب: 32
- جواب: 33
- جواب: 34
- جواب: 35
- جواب: 36
- جواب: 38
- جواب: 39
- جواب: 40
- جواب: 41
- جواب: 46
- جواب: 47
- جواب: 48
- جواب: 49
- جواب: 50
- جواب: 51
- جواب: 52
- جواب: 53
- جواب: 55
- جواب: 56
- جواب: 59
- جواب: 60
- جواب: 63
- جواب: 64
- جواب: 65
- جواب: 66
- جواب: 68
- جواب: 70
- جواب: 71
- جواب: 72
- جواب: 73
- جواب: 74
- جواب: 75
- جواب: 76
- جواب: 77
- جواب: 78
- جواب: 79
- جواب: 80
- جواب: 81
- جواب: 82
- جواب: 84
- جواب: 85
- جواب: 86
- جواب: 87
- جواب: 88
- جواب: 89
- جواب: 90
- جواب: 92
- جواب: 93
- جواب: 97
- جواب: 98
- جواب: 99
- جواب: 100
- جواب: 101
- جواب: 102
- جواب: 105
- جواب: 106
- جواب: 109
- جواب: 110
- جواب: 111
- جواب: 112
- جواب: 115
- جواب: 116
- جواب: 117
- جواب: 118
- جواب: 119
- جواب: 120
- جواب: 121
- جواب: 123
- جواب: 124
- جواب: 125
- جواب: 126
- جواب: 127
- جواب: 129
- جواب: 130
- جواب: 132
- جواب: 133
- جواب: 135
- جواب: 136
- جواب: 138
- جواب: 139
- جواب: 141
- جواب: 142
- جواب: 143
- جواب: 145
- جواب: 146
- جواب: 147
- جواب: 148
- جواب: 149
- جواب: 150
- جواب: 151
- جواب: 152
- جواب: 153
- جواب: 154
- اشاره 156
- جواب: 159
- جواب: 160
- جواب: 161
- جواب: 162
- جواب: 163
- جواب: 164
- جواب: 165
- جواب: 166
- جواب: 167
- جواب: 168
- جواب: 169
- جواب: 170
- جواب: 171
- جواب: 172
- جواب: 173
- جواب: 174
- جواب: 175
- جواب: 176
- جواب: 177
- جواب: 178
- جواب: 179
- جواب: 180
- جواب: 181
- جواب: 182
- جواب: 183
- جواب: 184
- جواب: 185
- جواب: 186
- جواب: 187
- جواب: 188
- جواب: 189
- جواب: 190
- جواب: 191
- جواب: 192
- جواب: 193
- جواب: 194
- جواب: 195
- جواب: 196
- جواب: 197
- جواب: 198
- جواب: 199
- جواب: 200
- جواب: 201
- جواب: 202
- جواب: 203
- جواب: 204
- جواب: 205
- جواب: 206
- جواب: 207
- جواب: 208
- جواب: 209
- جواب: 210
- جواب: 211
- جواب: 212
- جواب: 213
- جواب: 214
- جواب: 215
- جواب: 216
- جواب: 217
- جواب: 218
- جواب: 219
- جواب: 220
- جواب: 221
- جواب: 222
- جواب: 223
- جواب: 224
- جواب: 225
- جواب: 226
- جواب: 227
- جواب: 228
- جواب: 229
- جواب: 230
- جواب: 231
- جواب: 232
- جواب: 233
- جواب: 234
- جواب: 235
- جواب: 236
- جواب: 237
- جواب: 238
- جواب: 239
- جواب: 240
- جواب: 241
- جواب: 242
- جواب: 243
- جواب: 244
- جواب: 245
- جواب: 246
- جواب: 247
- جواب: 248
- جواب: 249
- جواب: 250
- جواب: 251
- جواب: 252
- جواب: 253
- جواب: 254
- جواب: 255
- جواب: 256
- جواب: 257
- جواب: 258
- سؤال: 258
- جواب: 259
- جواب: 260
- جواب: 261
- جواب: 262
- جواب: 263
- جواب: 264
- جواب: 265
- جواب: 266
- جواب: 267
- جواب: 268
- جواب: 269
- جواب: 270
- جواب: 271
- جواب: 272
- جواب: 273
- جواب: 274
- جواب: 275
- جواب: 276
- جواب: 277
- جواب: 278
- جواب: 279
- جواب: 280
- جواب: 281
- جواب: 282
- جواب: 283
- جواب: 284
- جواب: 285
- جواب: 286
- جواب: 287
- جواب: 288
- جواب: 289
- جواب: 290
- جواب: 291
- جواب: 292
- جواب: 293
- جواب: 294
- جواب: 295
- جواب: 296
- جواب: 297
- جواب: 298
- جواب: 299
- جواب: 300
- جواب: 301
- جواب: 302
- جواب: 303
- جواب: 304
- جواب: 305
- جواب: 306
- جواب: 307
- جواب: 308
- جواب: 309
- جواب: 310
- جواب: 311
- جواب: 312
- جواب: 313
- جواب: 314
- جواب: 315
- جواب: 316
- جواب: 317
- جواب: 318
- جواب: 319
ص:202
1- (1) . تاریخ جواب استفتاء: 26 صفر 1419..
سؤال:
اگر ادار بیمه هنگام عقد قرارداد حاضر به پرداخت کلی خسارات طبق نظر کارشناسی شود، ولی نظری کارشناسی با واقعیت و نرخ بازار تفاوت فاحش داشته باشد، آیا ضمان مابهالتفاوت، به عهد ادار بیمه یا کارشناس و یا فردی که موجب خسارت شده می باشد؟
جواب:
(باسمه جلت اسمائه)
چنانچه ادار بیمه هنگام قرارداد، پرداخت خسارت را طبق نظر کارشناس قرار گذاشته، تفاوت بازار به عهد ادار بیمه نیست. کارشناس اگر واقعاً نظرش همان باشد که گفته او هم ضامن نیست. اگر خلاف گفته مابهالتفاوت را او ضامن است. (1)