پاسخ های حضرت آیت الله العظمی روحانی (مد ظله العالی)به استفتائات قوه قضائیه و موسسه حقوقی وکلای بین الملل صفحه 225
- مقدمه: اجتهاد، رمز جاوید ماندن اسلام 1
- اشاره 1
- 2- در اسلام برای هر موضوعی حکمی است 4
- اشاره 11
- جواب: 12
- جواب: 13
- جواب: 14
- جواب 15
- جواب: 16
- جواب: 17
- جواب: 18
- جواب: 19
- جواب: 20
- جواب: 22
- جواب: 23
- جواب: 24
- جواب: 25
- جواب: 26
- جواب: 27
- جواب: 28
- جواب: 29
- جواب: 30
- جواب: 31
- جواب: 32
- جواب: 33
- جواب: 34
- جواب: 35
- جواب: 36
- جواب: 38
- جواب: 39
- جواب: 40
- جواب: 41
- جواب: 46
- جواب: 47
- جواب: 48
- جواب: 49
- جواب: 50
- جواب: 51
- جواب: 52
- جواب: 53
- جواب: 55
- جواب: 56
- جواب: 59
- جواب: 60
- جواب: 63
- جواب: 64
- جواب: 65
- جواب: 66
- جواب: 68
- جواب: 70
- جواب: 71
- جواب: 72
- جواب: 73
- جواب: 74
- جواب: 75
- جواب: 76
- جواب: 77
- جواب: 78
- جواب: 79
- جواب: 80
- جواب: 81
- جواب: 82
- جواب: 84
- جواب: 85
- جواب: 86
- جواب: 87
- جواب: 88
- جواب: 89
- جواب: 90
- جواب: 92
- جواب: 93
- جواب: 97
- جواب: 98
- جواب: 99
- جواب: 100
- جواب: 101
- جواب: 102
- جواب: 105
- جواب: 106
- جواب: 109
- جواب: 110
- جواب: 111
- جواب: 112
- جواب: 115
- جواب: 116
- جواب: 117
- جواب: 118
- جواب: 119
- جواب: 120
- جواب: 121
- جواب: 123
- جواب: 124
- جواب: 125
- جواب: 126
- جواب: 127
- جواب: 129
- جواب: 130
- جواب: 132
- جواب: 133
- جواب: 135
- جواب: 136
- جواب: 138
- جواب: 139
- جواب: 141
- جواب: 142
- جواب: 143
- جواب: 145
- جواب: 146
- جواب: 147
- جواب: 148
- جواب: 149
- جواب: 150
- جواب: 151
- جواب: 152
- جواب: 153
- جواب: 154
- اشاره 156
- جواب: 159
- جواب: 160
- جواب: 161
- جواب: 162
- جواب: 163
- جواب: 164
- جواب: 165
- جواب: 166
- جواب: 167
- جواب: 168
- جواب: 169
- جواب: 170
- جواب: 171
- جواب: 172
- جواب: 173
- جواب: 174
- جواب: 175
- جواب: 176
- جواب: 177
- جواب: 178
- جواب: 179
- جواب: 180
- جواب: 181
- جواب: 182
- جواب: 183
- جواب: 184
- جواب: 185
- جواب: 186
- جواب: 187
- جواب: 188
- جواب: 189
- جواب: 190
- جواب: 191
- جواب: 192
- جواب: 193
- جواب: 194
- جواب: 195
- جواب: 196
- جواب: 197
- جواب: 198
- جواب: 199
- جواب: 200
- جواب: 201
- جواب: 202
- جواب: 203
- جواب: 204
- جواب: 205
- جواب: 206
- جواب: 207
- جواب: 208
- جواب: 209
- جواب: 210
- جواب: 211
- جواب: 212
- جواب: 213
- جواب: 214
- جواب: 215
- جواب: 216
- جواب: 217
- جواب: 218
- جواب: 219
- جواب: 220
- جواب: 221
- جواب: 222
- جواب: 223
- جواب: 224
- جواب: 225
- جواب: 226
- جواب: 227
- جواب: 228
- جواب: 229
- جواب: 230
- جواب: 231
- جواب: 232
- جواب: 233
- جواب: 234
- جواب: 235
- جواب: 236
- جواب: 237
- جواب: 238
- جواب: 239
- جواب: 240
- جواب: 241
- جواب: 242
- جواب: 243
- جواب: 244
- جواب: 245
- جواب: 246
- جواب: 247
- جواب: 248
- جواب: 249
- جواب: 250
- جواب: 251
- جواب: 252
- جواب: 253
- جواب: 254
- جواب: 255
- جواب: 256
- جواب: 257
- سؤال: 258
- جواب: 258
- جواب: 259
- جواب: 260
- جواب: 261
- جواب: 262
- جواب: 263
- جواب: 264
- جواب: 265
- جواب: 266
- جواب: 267
- جواب: 268
- جواب: 269
- جواب: 270
- جواب: 271
- جواب: 272
- جواب: 273
- جواب: 274
- جواب: 275
- جواب: 276
- جواب: 277
- جواب: 278
- جواب: 279
- جواب: 280
- جواب: 281
- جواب: 282
- جواب: 283
- جواب: 284
- جواب: 285
- جواب: 286
- جواب: 287
- جواب: 288
- جواب: 289
- جواب: 290
- جواب: 291
- جواب: 292
- جواب: 293
- جواب: 294
- جواب: 295
- جواب: 296
- جواب: 297
- جواب: 298
- جواب: 299
- جواب: 300
- جواب: 301
- جواب: 302
- جواب: 303
- جواب: 304
- جواب: 305
- جواب: 306
- جواب: 307
- جواب: 308
- جواب: 309
- جواب: 310
- جواب: 311
- جواب: 312
- جواب: 313
- جواب: 314
- جواب: 315
- جواب: 316
- جواب: 317
- جواب: 318
- جواب: 319
ص:227
1- (1) . تاریخ جواب استفتاء: 26 صفر 1419..
سؤال:
کسی که به ناچار برای انجام مأموریت در شب از شهر خارج شده و مورد تهاجم حیوان وحشی قرار گرفته و جان خود را از دست داده، آیا شخص مأموریتدهنده ضامن دی او است یا ادار مربوطه یا بیت المال؟
جواب:
(باسمه جلت اسمائه)
چون مأمور، مجبور به خروج از شهر، به نحوی که اختیار از او سلب شود نبوده، و به اختیار خود خارج شده است. چنانچه یک غرض عقلائی داشته مانند آن که اگر شب خارج نشود از کار بر کنار می شود. در این مورد فقهاء فرموده اند مأموریتدهنده، ضامن است، لبناء العقلاء. ولی به نظر من تمام نیست، و وجهی بر ضمان قبول ندارم. و اگر غرض عقلائی آنچنانی نبوده بلا اشکال کسی ضامن نیست. (1)